युवा होते लड़के और लड़कियों के सामान्य लगने वाले कुछ महत्वपूर्ण बदलाव है जिन्हें भी माता-पिता समझ सके तो वह अपने पुत्र पुत्रियों को गलत गतिविधियों में संलग्न होने से रोक सकते हैं।


                                                                        



 वर्तमान समय में युवा होते लड़के और लड़कियों के सामान्य लगने वाले कुछ महत्वपूर्ण बदलाव है जिन्हें भी माता-पिता समझ सके तो वह अपने पुत्र पुत्रियों को गलत गतिविधियों में संलग्न होने से रोक सकते हैं।

  • ध्यान दीजिए यदि वह आपसे अचानक नजरें चुराने लगे।
  • ध्यान दीजिए यदि वह अधिक एकांत पसंद करने लगे।
  • ध्यान दीजिए यदि वह आपसे झूठ बोलने लगे।
  • ध्यान दीजिए यदि वह ऐसी किसी चीज का उपयोग कर रहा/रही है जो आपने उसे खरीदकर नहीं दी है।
  • ध्यान दीजिए यदि वह अपने स्कूल और कॉलेज के समय के अधिक समय बाद घर लौट रहा/रही हो।
  • ध्यान दीजिए यदि शिक्षा में उसका प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा हो।
  • ध्यान दीजिए यदि वह अपने रूप श्रृंगार पर कुछ ज्यादा ही ध्यान देने लगा/लगी हो।
  • ध्यान दीजिए यदि वह मोबाइल फोन का कुछ अधिक ही उपयोग कर रहा/रही हो।
  • ध्यान दीजिए यदि उसकी संगति में विशेष बदलाव हो रहा हो।
  • ध्यान दीजिए यदि वह विशेष विचारों में मग्न रहता/रहती हो।
  • ध्यान दीजिए यदि उसकी रूचि ओं में विशेष परिवर्तन आ रहा हो।

यह तो हो गई उसकी किसी विशेष गलत गतिविधि में संलग्न होने की बात लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण है कि आप उसे उस तरह की परवरिश दे की वह गलत राह की ओर कदम ही न बढ़ाए।

अब प्रश्न यह उठता है कि इसके लिए आपको क्या करना चाहिए।

सीधा सा जवाब है…..

  • आप अपने बच्चों को पर्याप्त समय दीजिए।
  • उनसे उनकी सफलताओं और उनके प्रयासों पर बातचीत कीजिए।
  • उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कीजिए।
  • उन्हें सुनहरे भविष्य के सपने दिखाइए।
  • उन सपनों को पूरा करने का मार्ग दिखाइए।
  • उनके आधुनिक विचारों से भागिय मत उन्हें सुनिए और यदि सही हो तो बदलाव को स्वीकार भी कीजिए।
  • सामान्य घरेलू कार्य में उनकी मदद लीजिए।

यह सब अवश्य करिए क्योंकि बाद में पछताने से कुछ नहीं होता है कहा भी गया है कि —

  • का वर्षा जब कृषि सुहानी।
  • अब पछतावत का होत जब चिड़िया चुग गई खेत।

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